काटों की राहों में चलना सम्हल-सम्हल के...विदाई गीत
ग्राम-दहजवार, पंचायत-सरनाडीह, जिला-बलरामपुर, छत्तीसगढ़ से कुमारी अंजू यादव एक विदाई गीत प्रस्तुत कर रही हैं:
काटों की राहों में चलना सम्हल-सम्हल के-
कदम थके ना शीष झुके ना सांस रुके ना-
दीप बुझे ना दीप बुझे ना-
काटों की राहों में चलना सम्हल-सम्हल के-
जब कर्म से दूर जाना हमें याद रखना-
मिले सफलता यही मंजिल है यही आपका नाम-
काटों की राहों में चलना सम्हल-सम्हल के...