अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार...गीत-
खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) से जया
अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार-
इँदिरावती हा पखारय तोर पईयां-
महूं पांवे परंव तोर भुँइया-
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया-
सोहय बिंदिया सहीं, घाट डोंगरी पहार-
चंदा सुरूज बनय तोर नैना-
सोनहा धाने के अंग, लुगरा हरियर हे रंग-
तोर बोली हावय सुग्घर मैना-
अंचरा तोर डोलावय पुरवईया-
महूं पांवे परंव तोर भुँइया-
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया...
Posted on: Jan 08, 2020. Tags: CG JAYA MUNDE KHAIRAGARH SONG VICTIMS REGISTER
दो जंवा दिलो का गम दूरियां समझती हैं...गीत-
खैरागढ़ संगीत विश्व विद्यालय (छत्तीसगढ़) से संतलाल पाठक एक गीत सुना रहे हैं :
दो जंवा दिलो का गम दूरियां समझती हैं-
कौन याद करता है, हिचकियां समझती हैं-
यूं तो सैर गुलशन को कितने लोग आते हैं-
फूल कौन तोड़ेगा डालियां समझती हैं-
दो जंवा दिलो का गम दूरियां समझती हैं-
कोन याद करता है, हिचकियां समझती हैं...