दिल में हो सीजीनेट बुल्टू रेडियो तो कोई खास कैसे होगा...कविता
ग्राम-सल्लेया कला, पोस्ट-सावरी बाजार,तहसील-मोहखेड़,जिला-छिन्दवाडा (मध्यप्रदेश ) से कविता धुर्वे एक कविता सुना रही है:
दिल में हो सी जी नेट बुल्टू रेडियो तो कोई और खास कैसे होगा – यादो में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा-
हिचकिया कहती है साथियों आप याद करते हो-
पर बुल्टू रेडियो में बोलेंगे नहीं तो अहसास कैसे होगा...