बागी बनले हिन्द के जवनवा बांधी के कफनवा...
बागी बनले हिन्द के जवनवा बांधी के कफनवा ये बिरना
भगत, सुभाष, चन्द्रशेखर हिन्द के ललनवा
खुदी राम बोस कईले खूब तुफनवा
खूनवा से सिंचले जवनवा बांधी के कफनावा ये बिरना
तब जाके मिली हमको ये आजादी, प्राणों से प्रीतम हमके इ बा आजादी
कवीर नानक मिली के दिहले अ देशवा बाधी के कफनावा ये बिरना
गंगा जी के धारा सिन्धु मारे ला हिलोर हो तबे जेक भईले सबेर हो
गाँधी जी के इहे बा ऐलानावा बांधी के कफनावा ये बिरना
केतना बलिदान भईले देश के कारनवा
झुकी नहीं झन्डा मोर चाहे जाई मोर परनवा
झंडा लहरे जाइ के गगनवा बाधी के कफनावा ये बिरना
एकता अखंडता के दीप जलावा सही कहा गलत हो हमें बतलावा
बेटा गावेला कन्हैया ललनवा यही बा ऐलानवा ये बिरना