टूट जाती है चट्टान हाँथोड़े की मार से...कविता-
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पड़ियारी एक कविता सुना रहे हैं :
टूट जाती है चट्टान हाँथोड़े की मार से-
कट जाती है वृक्ष कुल्हाड़ी की वार से-
जम जाती हैं नदियाँ पानी की धार से-
झुक जाती हैं डालियाँ कोड़ो की भार से-
मिट जाती है तन महामारी बीमार से...(AR)
Posted on: May 30, 2021. Tags: CG KANHAIYALAL PADIYARI POEM RAIGARH
सिल लोढ़ा कनकी कोढ़ा...कविता-
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडियारी एक कविता सुना रहे हैं जो शंभू शर्मा की कविता है, कविता का शीर्षक है, ” सिल लोढ़ा कनकी कोढ़ा ” | अपने गीत संदेस रिकॉर्ड करने के लिये 08050068000 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं |
Posted on: May 28, 2021. Tags: CG KANHAIYALAL PADIYARI POEM RAIGARH
न रे सुअना घोंदरा ला छोंडी के कहाँ जाबो न...छत्तीसगढ़ी कविता
ग्राम-तमनार,जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडियारी एक छत्तीसगढ़ी कविता सुना रहे हैं:
न रे सुअना घोंदरा ला-
छोंडी के कहाँ जाबो न-
अपन घोंदरा के सुख ला-
सुघर जगह कहाँ पाबो न-
कोयला के खातिर भुइंया के-
पोटा पटी ला निकारी का रे सुअना...(AR)
Posted on: May 12, 2021. Tags: CG KANHAIYALAL PADIYARI POEM RAIGARH
न रे सुअना घोंदरा ला छोंडी के कहाँ जाबो न...छत्तीसगढ़ी कविता
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडियारी एक छत्तीसगढ़ी कविता सुना रहे हैं:
न रे सुअना घोंदरा ला-
छोंडी के कहाँ जाबो न-
अपन घोंदरा के सुख ला-
सुघर जगह कहाँ पाबो न-
कोयला के खातिर भुइंया के-
पोटा पटी ला निकारी का रे सुअना...(AR)
Posted on: May 08, 2021. Tags: CG KANHAIYALAL PADIYARI POEM RAIGARH
नइच करन संगी नौकरी हमन ...कविता
ग्राम-तमनार,जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडियारी एक कविता सुना रहे हैं:
नइच करन संगी नौकरी हमन-
नौकरी कसन नीच कौनो नईये-
हमन नौकरी नइच करन-
खेती करबो पाती करबो-
करबो कौनो छोटे मोटे व्यापार-
पथरा कोडबो माटी कोडबो...(AR)