लॉकडाउन के बीच हड़ताली शिक्षकों को नौकरी का डर दिखा काम में जुड़ने को कहना अमानवीय...
कैमूर (बिहार) से शिवशंकर उपाध्याय बता रहे हैं कि इस वैश्विक महामारी में संकट के समय जब देश में लॉकडाउन है, बिहार की सरकार नियोजित शिक्षको, जो पिछली फरवरी से हड़ताल पर थे, को लॉक डाउन तोड़कर DEO और BEO के कार्यालय के काम करने के लिये कह रही है, सरकार का कहना है यदि लॉकडाउन में ज्वाइन नहीं किये तो 90 दिन में नौकरी समाप्त कर दी जायेगी |वे कह रहे हैं कि यह अमानवीय है शिक्षक हड़ताल पर हैं और लोकडाउन के बीच में जब कहीं भी आना जाना संभव नहीं है तब शिक्षकों को ज्योइन करने को कहना क्रूरता है