एक राजा ने एक बार ढिंढोरा पिटवा दिया...कहानी
जिला राजनांदगाँव (छत्तीसगढ़ ) से बिरेन्द गंधर्व एक कहानी सुना रहे हैं:
एक राजा ने एक बार ढिंढोरा पिटवा दिया अपने नगर में की जितनी सुंदर महिलाएं हैं|
सब मेरे दरबार में जमा हो जायें मेरी नजर में जो सबसे सुंदर महिला प्रतीत होगी उसे
पुरुस्कार दूंगा यह सुनकर नगर के सारे महिलायें तैयार होकर दरबार में इक्कठे हो गये
उनमे से एक महिला ऐसी थी जो अपने बच्चे को साथ लेकर गई थी.
Posted on: Feb 17, 2020. Tags: BIRENDR GANDHARW CG KAHANI RAJNANDGANV SONG VICTIMS REGISTER
खाना देते हैं लेकिन खाने के बाद मिठाई नही देते...कहानी-
ग्राम-करकेटा, पोस्ट-जोगा, थाना-उटारी रोड, जिला-पलामू (झारखण्ड) से अखिलेश कुशवाहा एक कहानी सुना रहे हैं, एक बुढ़िया थी जिसके चार बेटे थे, चारो बेटे अपनी माँ खाना देते हैं लेकिन खाने के बाद मिठाई नही देते थे, तो उसने एक दिन सबको कहा जब वे मर जाएगी तो चारो तरफ रसगुल्ला रख देना, उसके बाद वह एक दिन मरने का नाटक करने लगी, तब उसके बेटो ने उसके कहे अनुसार चरो तरफ रसगुल्ले रख दिए और अर्थी उठा कर ले जाने से पहले बेले राम नाम सत्य है, तो बुढ़िया बोली रसगुल्ला बड़ा मस्त है|
Posted on: Jul 23, 2018. Tags: AKHILESH KUSWAHA KAHANI SONG VICTIMS REGISTER
कौआ और भैंस की एक कहानी: कुआ भैंस की पीठ पर क्यों बैठता है? (गोंडी भाषा में)
ग्राम-चाचड़, तहसील-दुर्गकोंदल, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से कंचन वड्डे गोंडी भाषा में कहानी सुना रही है : एक पेड़ के ऊपर कौआ बैठा था नजदीक ही एक खेत में पानी पीने एक भैस आया कौआ बोला भैसा भैया मै भी आपके जैसा ही पानी पी सकता हूँ उसके ही बगल में दो खेत में पानी भरा था दोनों ने कहा एक-एक खेत का पानी पीना तय हुआ दोनों पानी पीना शुरू कर दिया थोडा सा पानी छोटा कौआ तक गया परन्तु हिम्मत नहीं हारा कुछ ही समय में खेत मालिक आया और जिस खेत का पानी को कौआ पी रहा था उसी खेत को फोड़ दिया पूरा खेत खाली हो गया कौआ बहुत खुश हुआ! पानी मैंने पी लिया!और भैस हार गया तब से भैसा के पीठ पर कौआ बैठ रहा है!
Posted on: Jul 12, 2018. Tags: KAHANI KANCHAN WADDE
तोता और मैना की कहानी (गोंडी भाषा में)
ग्राम- गुन्दुल, पोस्ट-पानीडोबरी, विकासखंड-कोयलीबेडा, तहसील-पखांजूर जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से रमा कडियम गोंडी भाषा में एक कहानी बता रही है. कहानी इस प्रकार है: एक पिंजरे में बंद तोता से मैना बोली आप बहुत मजे में रहते हो| बैठे-बैठे अच्छा-अच्छा खाना मिलता है. बहुत बढ़िया पानी भी मिलता है| काश मुझे भी ऐसी पिंजरे की जिंदगी मिल जाती मुझे तो दिन रात भोजन और पानी के लिए भटकना पड़ता है तब कही अन्नकण अपने पल्ले पड़ते है| आप चाहते है की पिंजरे की जिन्दगी मिले तो ठीक है आ जाओ पिंजरे में मै जाता हूँ वन में ऐसे कहकर तोता जंगल में उड़ गया |