बेटी हूँ मैं बेटी, मैं तारा बनूँगी...बेटियों पर गीत
ग्राम-कंकोल , प्रखंड-चैनपुर, जिला गुमला (झारखण्ड) से ज्योति लकड़ा और अल्का सुचिता खलखो बेटियों पर आधारित एक गीत सुना रहे है:
बेटी हूँ मैं बेटी मैं तारा बनूँगी-
तारा बनूगी मैं सहारा बनूँगी-
गगन में चमके चंदा मैं धरती पे चमकुंगी-
धरती पे चमकुंगी मैं उजाला लाऊंगी-
पढूंगी लिखूंगी मैं मेहनत भी करुँगी-
अपने पाँव चलकर दुनिया को देखूंगी-
दुनिया को देखूंगी मैं दुनिया को समझूंगी-
बेटी हूँ मैं बेटी मैं तारा बनूँगी...