कोई जाए मथुरा काशी, कोई वृन्दावन जाए...भाव गीत -
ग्राम-डोंगरगाँव, ब्लाक-भानुप्रतापपुर, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) से ज्योति कुमकाल एक भाव गीत सुना रही है:
कोई जाए मथुरा काशी, कोई वृन्दावन जाए-
हमने तो सारे तिरत गुरु के चरणों में पाए-
आकाश से भी ऊँची पाताल से बड़ी-
सतगुरु के शक्ति अपार है कोई पार ना पाए-
हमने तो सारे तीरथ गुरु के चरणों में पाए...