पारम्परिक खेती से आप अपनी लागत कम कर सकते हैं, अधिक पौष्टिक भोजन तैयार कर सकते हैं...
ग्राम-गोठंगांव, तालुका-कुरखेडा, जिला-गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) से जयदेव बंसोड़ बता रहे हैं कि आज के समय में किसान खेती में ज्यादतर खाद और रासायनिक कीटनाशको का प्रयोग करते हैं केवल 10 प्रतिशत किसान ही रह गए हैं जो पारम्परिक तरीके से खेती कर रहे हैं वे जैविक (इकोलाजिकल) तरीके से खेती को बढ़ाने के लिए 5 साल से किसानो के सांथ खेती पर काम कर रहे हैं जिससे अधिक पोषण (न्यूट्रीशन) युक्त भोजन उपलब्ध हो सके, जैविक खेती का प्रचार प्रसार और प्राकृतिक तरीके से खेती कर खेती पर होने वाली लागत को कम करना इनका उद्देश्य है साथी सीजीनेट के सभी साथियों से कह रहे है इस तरह की खेती को बढ़ाने के लिए सभी साथी अपनी राय दे | जयदेव बंसोड़@9765308358.