मैं अमर शहीदों के उनके यस गाया करता हूं जो कर्ज राष्ट्र में खाया है...
ग्राम गोपमा ,ब्लॉक जयजयपुर जिला जांजगीर चम्पा छत्तीसगढ़ से पांचवी कक्षा में पढ़ने वाली नंदनी यादव एक देश भक्ति कविता सुना रही हैं:-
मैं अमर शहीदों के उनके यस गाया करता हूं
जो कर्ज राष्ट्र में खाया है मैं उसे चुकाया करता हूं
यह सच है याद शहीदों की हमने याद दफन आई है
हम लोगों ने दफन आई है उनकी शहीदों के बाद ही आजादी आई है
यह कर्म धर्म यह मर्म सभी को मैं समझाया करता हूं
शहीदों की कुर्बानी याद दिलाया करता हूं
Posted on: Oct 23, 2022. Tags: CG CHANPA HINDI JAIYJAYPUR JANJGIR SONG
जा मयारू जा लाल चुनरिया ओढ़ के...गीत-
बेमेतरा, छत्तीसगढ़ से संजय चंदेल एक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रहे हैं, जिसके बोल हैं, ” जा मयारू जा लाल चुनरिया ओढ़ के ” | अपने गीत संदेश रिकॉर्ड करने के लिये 08050068000 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं|
Posted on: Oct 07, 2022. Tags: BEMETARA CG SANJAY CHANDEL SONG
हमारे गाँव में पानी की बहुत समस्या है, कृपया मदद करें-
ग्राम-केसापुर मांझीपारा, ब्लाक-दरभा, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से विजय कुमार मंडावी बता रहे हैं, गाँव में पानी की समस्या बहुत है बोरिंग से पानी बहुत कम आता है| बहुत लेट से आता है| गर्मी के दिनों में पानी की समस्या और बढ़ जाती है| पानी की कोई और विकल्प ना होने की वजह से लोगों का घंटो बोरिंग में समय व्यर्थ जाता है| और बोरिंग ख़राब होने पर दुसरे गाँव जाना पड़ता है| जो की ये उनकी बेसिक जरूरत है फिर भी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं|ग्रामीणों का कहना है की गांव में पानी की सुविधा हो|संपर्क नंबर@9479052167, सचिव7828479714.
Posted on: Oct 06, 2022. Tags: BASTAR CG DARBHA KESAPUR MANJHIPAARA PROBLEM VIJAY KUMAR WATER
येह रे ये रे जून बेर लखे डूबी गेले...ठेठ नागपुरी कर्मा गीत
ग्राम-रवानी, तहसील-बगीचा, जिला-जशपुर, (छत्तीसगढ़) से धनजयराम एक नागपुरी गीत कर्मा गीत सुना रही है:
येह रे ये रे जून बेर लखे डूबी गेली – अरे हाड़ी दारु सीठा के नी-
छोडली जून बेर लखे डूबी गेली-
कतनो समझले मोके-
बुझे तो नही पाले जून बेर लखे डूबी गेली-
येह रे ये रे जून बेर लखे डूबी गेली...
Posted on: Sep 28, 2022. Tags: CG DHANJAYRAM JASHAPUR NAGPAURI SONG
धरती गगनवा रोये गइला...भोजपुरी गीत
महाराजगंज, उत्तरप्रदेश से जयकिशन भारती एक भोजपुरी गीत सुना रहे हैं:
धरती गगनवा रोये गइला-
कोने बनवा अरे गईला-
भाईला सपनावा काहे भारत के रातनवा ये बाबा-
धरती गगनवा रोये गइला...