मलकानगिरी में 300 से अधिक बच्चे मर चुके हैं, सरकार सिर्फ 130 का आंकड़ा बता रही है: आरोप
आदिवासी समाज मलकानगिरी जिला उड़ीसा के सभापति घनश्याम मड़कामी बता रहे हैं कि जापानी एनसेफेलाइटिस बीमारी से अगस्त महीने से 300 से अधिक बच्चों की मृत्यु हो चुकी है यद्यपि सरकार के अनुसार मृतक बच्चों की संख्या 130 बताया जा रहा है । सरकार अब भी टीकाकरण और गाँवों की सफाई पर अधिक काम नहीं कर रही पीड़ित परिवारों को कोई मदद भी नहीं मिल रही है । वे सीजीनेट स्वर सुनने वाले साथियों से मदद की अपील कर रहे है | वे कह रहे हैं कि आप कृपया इन अधिकारियों को फोन कर दबाव डालें और पीड़ित आदिवासी परिवारों की मदद करें CDMO@9439983250 कलेक्टर@09437030226 ADM@0993728838. घनश्याम मड़कामी@9439759699
Posted on: Dec 05, 2016. Tags: GHANSHYAM MARKAMI
ये वक्त न ठहरा है ये वक्त न ठहरेगा...देशभक्ति गीत
ग्राम-घाटकोहका, पोस्ट-सुंदरिया, थाना-कुरई, जिला-सिवनी (म.प्र.) से घनश्याम मर्सकोले एक देशभक्ति गीत सुना रहे है:
ये वक्त न ठेहरा है ये वक्त न ठहरेगा-
दिन यूही गुजर जाएगा घबराना कैसा हैं-
हिम्मत से काम लेंगे घबराना कैसा है-
ये दुःख जीवन में आते और जाते रहते है-
दुःख पहले आएगा घबराना कैसा है...
Posted on: Oct 17, 2016. Tags: GHANSHYAM MARSAKOLE
दीप जले दीप जले द्वार-द्वार दीप जले...दीपावली पर कविता
ग्राम-सारंगपुर, जिला-बलरामपुर, छत्तीसगढ़ से कक्षा-4 की छात्रा चाँदनी गुप्ता एक कविता सुना रही हैं:
दीप जले दीप जले द्वार-द्वार दीप जले-
दीप जले दीप जले गाँव-गाँव, बगिया की छांव-छांव-
दीवारों पर आँगन में, धूम मची है ठांव-ठांव-
आओ रे गाओ रे ढोलक ले नीम तले...
Posted on: Sep 26, 2016. Tags: GHANSHYAM MARSKOLE
रंग भरो रे गुलाल भरो मेरे लाल चुनरिया रंग भरो...फगुआ गीत
ग्राम-घाटकोहका, विकासखंड-कोरई, जिला-सिवनी, मध्यप्रदेश से ब्रजवती बाई कोड़ापे एक फगुआ गीत प्रस्तुत कर रही हैं:
रंग भरो रे गुलाल भरो मेरे लाल चुनरिया रंग भरो-
रंग भरो रे गुलाल भरो मेरे समर सुएना रंग भरो-
उड़-उड़ सुएना चिंगरी में बैठे चिंगरी का दरके खराबी करो से-
मेरे को सुएना रंग भरो....
Posted on: Apr 08, 2016. Tags: GHANSHYAM MARSKOLE
ओदिया ते राम नसर वात रू....गोंडी गीत
ग्राम-घाटकोहका, जिला-सिवनी, मध्यप्रदेश से एक ग्रामीण महिला गोंडी भाषा में एक गीत प्रस्तुत कर रही हैं, गीत गणेश उत्सव के समय गाया जाता है:
ओदिया ते राम नसर वात रू-
चलू बाई हूरी ले दाले-
वातो रेंदू रामजी वातो रेंदुर लक्ष्मण-
वातो रे मनदुर हनुमान वे-
चलू बाई हूरी ले दाले...