बलमा मोर बलमा रे, मोर मयारू बलमा है हाय...छत्तीसगढ़ी गीत-
ग्राम-कुण्डी, जिला-नरायणपुर (छत्तीसगढ़) से घंसुराम बघेल एक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रहे हैं :
बलमा मोर बलमा रे, मोर मयारू बलमा है हाय-
ये जहुरिया खाले किरिया, माया मोरे झन भुलाबे रे-
अंधरा के आंखी चिरई के पाखी तय मोरे रानी रे-
मझधार मा डोंगा झन भुलबे नही माय मर जाहू रे-
सपना तोर मोर सपना रे, दिन रात सताथे ना-
ये जहुरिया खाले किरिया, माया मोरे झन भुलाबे रे...