पीड़ितों का रजिस्टर: सलवा जुडूम में कुछ लोगों का सरेंडर हुआ था, तब उन्होंने संगठन छोड़ दिया|
ग्राम-रेमाकोंटा, जिला-बीजापुर, (छत्तीसगढ़) से दुर्गेश बता रहे हैं, मववादी के संगठन में रहते थे, सलवा जुडूम में नक्सलीयों ने उन्हें मार पिट भी किये थे, और कुछ लोगों का सलेंडर भी हुआ| फिर वे लोग अपना गांव छोड़कर बीजापुर शिविर में आकर रह रहें है, और सलवा जुडूम के समय उन्होंने संगठन छोड़ दिया वहां सात साल तक नक्सलियों में थे अधिक जानकारी के लिए संपर्क नंबर@6260886845. GT
Posted on: May 13, 2021. Tags: BIJAPUR CG DISPLACED DURGESH MAOIST VICTIM VICTIMS REGISTER
स्वच्छता अभियान भईया...गीत-
ग्राम-बटई, पोस्ट-रेवटी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से दुर्गेष पटेल एक गीत सुना रहे हैं:
गाँव गाँवमा चले हवे-
स्वच्छता अभियान भईया-
स्वच्छता अभियान-
मिलकर अभी स्वच्छता ला अपनाबो-
गाँव गाँवमा चले हवे-
स्वच्छता अभियान भईया...
Posted on: Feb 26, 2020. Tags: CG DURGESH PATEL SONG SURAJPUR VICTIMS REGISTER
झील मिल सितारा, हे जोता वाली...गीत-
ग्राम-बटई, पोस्ट -रेवटी, जिला सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से दुर्गेश पटेल एक भक्ति गीत सुना रहे हैं:
झील मिल सितारा, हे जोता वाली-
रिग बिग चमके पहाड़ा वाली-
माइ सुनले मोरे तै गोहर-
ये तोला गाड़ा गाड़ा जोहार दाई तोला-
झारा झारा जोहार-
झील मिल सितारा, हे जोता वाली...
Posted on: Feb 15, 2020. Tags: CG DURGESH PATEL SONG SURAJPUR VICTIMS REGISTER
बिनती करेला बार बार गुरूजी...भजन-
ग्राम-बटई, पोस्ट-रेवटी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से दुर्गेश पटेल की माता जी एक शिव भजन सुना रहे हैं :
बिनती करेला बार बार गुरूजी-
सुनले अरजिया हमार शिवा गुरूजी-
कर दे कवारिया भव से पार शिवा गुरूजी-
सुखवा के साथी सारा संसार हो-
दुखवा मा पईली हम सब पिय पार हो-
हम आइहे माया के बाजार शिव गुरूजी...
Posted on: Dec 17, 2019. Tags: CG DURGESH PATEL SONG SURAJPUR VICTIMS REGISTER
एक गुरु और शिष्य की कहानी-
बहोत पहले की बात है, एक गुरु अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे, उसमे एक शिष्य ऐसा था, जो प्रतिदिन अध्यन करने जाता था लेकिन उसे कुछ ज्ञान नहीं होता था, उसे रोज डांट पड़ती थी, जिसके कारण उसके पिता उसे आश्रम नहीं भेजते थे, ऐसा चलता रहा, एक दिन उनके घर के पास बगीचे में एक ऋषि यात्रा के दौरान आराम करने रुके थे, ये देखकर बच्चे के पिता ने उसे भोजन लेकर ऋषि को देने के लिये भेजा, बच्चा उदास मन से उनके पास पहुँचा, ऋषि ने उसके उदासी का कारण पूछा, बच्चे ने सारी बात बतायी, तब ऋषि ने उसे गायत्री मंत्र का उच्चरण करने को कहा, बच्चे ने ऐसा ही किया जिससे उसकी स्मरण शक्ति अच्छी हो गयी, और वह पढ़ने में अच्छा हो गया|