रू गोविन्द दोऊ खड़े काके लागूं पांये...दोहा-
जिला-चित्रकोट(उत्तरप्रदेश)से पुष्पराज मौर्य दोहे सुना रहे है:
गुरू गोविन्द दोऊ खड़े-
काके लागूं पांये-
बलिहारी गुरू अपने-
गोविन्द दियो बताये...(AR)
Posted on: Feb 25, 2021. Tags: DOHA
दोहा : प्रेम है तो मनुष्य है
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से बिरेन्द्र गंधर्व दोहा सुना रहे हैं:
जाघत प्रेम न संच रहे सोघट जान मसान
जैसे खाल लोहार की साँस लेत बिन प्राण
जिस प्रकार लोहार की ढोकनी साँस न होते हुये भी वह साँस लेती है वह निर्जीव है उसी प्रकार से जिसके हदय में प्रेम नही है वह जीते जी मुर्दे के समान है (AR)
Posted on: Feb 24, 2021. Tags: DOHA
सांचे को सांचा मिले सांचे में समाय...दोहा-
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व कवीर दास जी का दोहा के माध्यम से बता रहे हैं कि जो व्यक्ति सच्चा है, उसको श्राप या दोष नहीं लग सकता क्यों कि उसे खुद पर भरोसा होता है| इसलिये आप सच्चे है तो किसी से डरने की जरुरत नहीं है|
सांचे को सांचा मिले सांचे में समाय... (AR)
Posted on: Feb 10, 2021. Tags: DOHA SONG VICTIMS REGISTER
ऐसा संसार में जैसा सेमल फूल...दोहा-
ग्राम-गहरुवई, थाना-पनवार, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से राम प्रकाश प्रजापत एक दोहा सुना रहे हैं :
ऐसा संसार में जैसा सेमल फूल-
तीन सत के व्योहार को-
जोके रंग न भूल कवीरा-
करता था तो क्यों किया-
अब क्यों तू पछताय-
बोया पेड़ बबूल का आम कहां से खाय...