तू प्यार का सागर है...गीत-
ग्राम-अकलतरी, पोस्ट-लखराम, थाना-रतनपुर, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से धर्मेन्द्र कुमार धीवर एक गीत सुना रहे हैं:
तू प्यार का सागर है-
तेरी इक बूँद के प्यासे हम-
लौटा जो दिया तुमने-
चले जाएंगे जहाँ से हम-
इधर झुमके गाए ज़िंदगी, उधर है मौत खड़ी
उधर है मौत खड़ी... (AR)
Posted on: Jul 25, 2020. Tags: BILASPUR CG DHARMENDRA KUMAR DHIRAV SONG
Impact : लॉकडाउन में फंसे थे, राशन की व्यवस्था हो गयी...
धमेंद्र कुमार बता रहे हैं कि वे बिहार के निवासी है, लॉकडाउन में फंसे थे, उस समय उन्हें खाने की समस्या हो रही थी तब उन्होंने अपनी समस्या को सीजीनेट में रिकॉर्ड किया जिसके बाद उनको मदद मिली, उनको राशन दिलाया गया इसलिये वे मदद करने वाले साथियों को धन्यवाद दे रहे हैं : संपर्क नंबर@9422300674. (AR)
Posted on: Jul 11, 2020. Tags: CORONA IMPACT STORY DHARMENDRA KUMAR
दो माह से लगा है लॉकडाउन प्रवासियों को नहीं मिल रहा है राशन.......
धर्मेंद्र कुमार, फेस-2 ,सेक्टर-87 ,नया गाँव, गली न-4,ग्रेटर नोएडा (उ. प्र.) से अपनी समस्या बता रहे हैं कि दो माह से लॉकडाउन के कारण वे तथा उनके साथी बहुत परेशान हैं राशन नहीं है इसलिए साथी सी. जी. नेट के साथियों से अपील कर रहे हैं कि संबन्धित अधिकारियों को फोन करके उनको सहयोग प्रदान किया जाये तथा राशन दिलाया जाये: संपर्क सूत्र-धर्मेंद्र कुमार @ 8826058303
Posted on: May 13, 2020. Tags: DHARMENDRA KUMAR NOIDA PROBLEM U.P. CORONA
किसान स्वर: आज हमने जल प्रबंधन के बारे में कुछ नहीं किया तो जल्द दिक्कत हो सकती है...
आज के समय में जिस प्रकार से जल स्तर घटता एवं प्रदूषित होता जा रहा है वह चिंता का विषय है, आज हमने जल प्रबंध के बारे में कुछ नहीं किया तो यह हमें शायद दक्षिण अफ्रीका से सिखना पड़ेगा जहां जल प्रबंध नहीं होने के कारण दिनों दिन जल संकट गहराता जा रहा है. बड़ी बड़ी कम्पनियों का ख़राब पानी नदियों में जाता है यह जीव जंतु एवं मानव जाति के लिए खतरा है| किसान भी आजकल ज्यादा पानी खपत वाली खेती कर रहा है, इस ओंर भी सोचने की जरुरत है. जल प्रबंध नाम मात्र रह गया है, हमें बारिस के पानी को सहेज कर रखने की जरुरत है और नदियों को प्रदूषित होने से भी बचाने के उपाय करने होंगे, नहीं तो सकंट हो सकता है.
Posted on: May 01, 2018. Tags: DHARMENDRA KUMAR DHURVE
किसान स्वर: अनाज गोदाम बनाकर सही समय में बेचना चाहिए तब सही दाम मिल सकेगा...
इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर(छत्तीसगढ़) से धमेंद्र कुमार धुर्वे बता रहे है आज सरकार जो किसानों को समर्थन मूल्य दे रही है, वह लागत से बहुत कम है इसीलिए किसानों को अपनी फसल का सही दाम नही मिल रहा है. एक तरफ सरकार कहती है हम किसानों की आय दुगना करेंगे पर कहने और करने में अंतर होता है, अपने सुझाव देते हुए बता रहे है हम को आज ग्रामीण अनाज और बीज गोदाम बनाना चाहिएं जिससे सभी किसानों का माल एकत्रित करना चाहिए जिससे फायदा यह होगा कि किसान अपनी ज़रुरत के अनुसार जब दाम अधिक हो तब माल बेच पायेगा तभी समर्थन मूल्य किसानों को मिलेगा.