मन लागा मेरा यार फकीरी में, जो सुख पावो राम भजन में, वो सुख नाही अमीरी में...भजन-
ग्राम-बरतीकला, पोस्ट-अमगवां, ब्लाक-जवा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से दयासागर कुशवाहा एक भजन गीत सुना रहे हैं :
मन लागा मेरा यार फकीरी में-
जो सुख पावो राम भजन में, वो सुख नाही अमीरी में-
भला बुरा सब का सुन लीजो, कर गुजरान गरीबी में-
आख़िरी ऐसन ख़ाक मिलेगा, कहाँ फिरत मगरुरी में-
कहत कबीर सुनों भाई साधो, साहिब मिले सबूरी में-
मन लागा मेरा यार फकीरी में...