एक चूहे की कहानी (गोंडी भाषा में)
ग्राम-कन्नेपेल्ली, मंडल-तिर्यानी, जिला-कुमरम भीमू (तेलंगाना) से दसरू चाकेटी गोंडी भाषा में एक चूहा की कहानी बता रहे है, एक चूहा का बिल होता है उससे वो बार-बार आना जाना करता है तभी उसको एक बुढिया देख लेती है और उस चूहा को पकड़कर नाई के पास ले जाकर उसके पूछ को काट देते है| तो चूहा उसके चाक़ू को पकडकर भाग जाता है| एक दुकान में घुस जाता है और दुकानदार को बोलता है कि हाथ से क्यों गुड़ काट रहे है मेरे पास चाकू है इससे काट लो | तो दुकानदार चूहा से चाकू लेकर गुड़ काटता है गुड़ काटते-काटते चाकू टूट जाता है तो चूहा बोलता है मेरा चाक़ू तो आप ने तोड़ दिया उसके बदले में आप मुझे गुड़ दो तो दुकानदार गुड़ नहीं देता है तो वो गुड़ का एक डेला लेकर भाग जाता है| एक बुढिया को गेहूं का प्रसाद बनाते हुए देख लेती है और बुढिया बोलती है ये तो मीठा नहीं ये लो गुड़ डाल लो तो बुढिया गुड़ डालती है वैसे ही वहां से प्रसाद लेकर भाग जाती है और खा लेती है|