मोर गरीबी के कुटियाँ में आहू...भक्ति गीत-
ग्राम पंचायत-तिलोदा, तहसील-गुंडरदही, जिला-बालोद (छत्तीसगढ़) से कमलेश मानिकपुरी एक माता भक्ति सुना रहें है:
मोर गरीबी के कुटियाँ में आहू-
जय दुर्गा भवानी वो दाई-
नई है मिठाई तेल्हा रोटी-
हडिया में होही थोड्कन बासी-
वही बासी के भाग लगाओ-
मोर गरीबी के कुटियाँ में आहू...
Posted on: Nov 24, 2021. Tags: BALOD BHAKTI SONG CG KAMLESH MANIKAPURI TILODA
हमारे महिला समूह ने सरकार से उधार लिया है और दोना पत्तल बनाकर बेचने का काम करते हैं...
ग्राम-कसोंदा ब्लॉक्-गुंडरदही जिला बालोद (छत्तीसगढ़) से किरण ठाकुर बता रही है ये अपने गाँव में 1 वर्ष से बचत महिला समूह चला रही है इनके समूह 12 सदस्यों का है एक बैठक में एक सदस्य 20 रूपये राशि जमा करते हैं यदि समूह के कोई सदस्य लोन लेता है तो 2% ब्याज लेते हैं इसके अलावा समूह के माध्यम से दोना-पत्तल बेचने का काम करते हैं इसके लिए सरकार से 1 लाख रूपये का लोन लिए थे शादी घर वालों से दोना पत्तल की मांग आती है अभी हमारे काम की बस शुरुआत है | एक छोटा सा किराना स्टोर भी चलते हैं और समूह द्वारा किश्त पटाते हैं इस प्रकार अपने काम को धीरे-धीरे आगे बढ़ाना चाहते है: संपर्क नंबर@8085126257 (169664) CS
Posted on: Jun 17, 2020. Tags: CG GROUP GUNDARDEHI BALOD HELP KIRAN THAKUR SELF SONG VICTIMS REGISTER
छः साल की छोकरी, भरकर लाई टोकरी...कविता-
ग्राम-दर्राटोला, तहसील-डौंडी, जिला-बालोद (छत्तीसगढ़) से कंचन एक कविता सुना रही हैं:
छः साल की छोकरी, भरकर लाई टोकरी – टोकरी भावे नहीं बताती भाव है-
भाव नहीं है पूछना, हमें न है चुसना-
पैसा पांच होता तो, चार चने लाते-
चार में से एक चना, घोड़े को खिलाते-
घोड़ों को खिलाते तो, टाय -टाय करता-
टाय-टाय करता तो, बड़ा मज़ा आता...
Posted on: Jan 26, 2020. Tags: BALOD CG KISHOR GAUDE POEM SONG VICTIMS REGISTER
चलो साथियों जायेंगे जंगल अपना बचायेंगे...कविता-
बलोदा बाजार (छत्तीसगढ़) से रामनारायण यादव एक कविता सुना रहे हैं:
चलो साथियों जायेंगे जंगल अपना बचायेंगे-
पेड़ लगाकर धरती में नव हरियाली लायेंगे-
मौसम का बदलाव देखो सुनलो उसका कहना-
धरती कांपे मौत सुनामी सावधान है रहना-
काली माता बनी प्रकृति चारो तरफ थर्राया-
तपता सूरज आज धरा में तापमान बढाया-
ओजोन परत में छेड़ विकिरण धरती में आई है-
एसी रोग बीमारी आवे जिसकी बनी नहीं दवाई है...
Posted on: Jan 15, 2020. Tags: BALODABAJAR CG POEM RAMNARAYAN YADAV SONG VICTIMS REGISTER
छत्तीसगढ़ पारम्परिक मंडई-मेला जिला बालोद...
सीजीनेट स्वर जन पत्रिका यात्रा के दौरान जिला-बालोद (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल केवट मंडई-मेला गाँव के अंचल में पहुचें है, उसी के दौरान आशा साहू एक छोटा व्यपारी जो मंडई-मेला में फलों का दुकान लगाकर सामानों को बेचते है, जिसे अपनी परिवार की गुजारा चलाने में अहम भूमिका होती है, और साथ में खेती-बाड़ी का कार्य भी किया जाता है, परन्तु उनके द्वारा बताया जा रहा है कृषि कार्य से पर्याप्त नही पाता इस लिए इस व्यापार को करना अतिआवश्यक है, इस सन्देश के माध्यम से लोगों को प्रेरित कर रहें है जीवन में अपनी जीवनयापन चलाने के लिए किसी एक कार्य को सम्पूर्ण से लगातार करने से सफल माना जाता है. इस प्रकार की कार्य हर एक इन्सान को करना चाहिए जिसे अपने जीवन में सुख पा सकें.