फॉरेस्ट विभाग वाले लगे खेती को नष्ट कर दिए
ग्राम पंचायत पालपेन्टा मंडल पेनुबली जिला खम्म तेलंगाना से सोढ़ी रमेश जी बता रहे हैं कि कपास की खेती कर रहे थे, फॉरेस्ट वालों ने कपास की खेती को नष्ट कर दिए हैं सारे पौधों को जड़ से काट दिए जो कि उसी से हमारे घर का राशन घर चलता था, उसी से घर परिवार का जीवन यापन चल रहा था। फॉरेस्ट वालों ने रात पे आके काटे गांव वाले का कहना है। जिनका कपास लगा था उनका नाम मीठी कोषा नाम था। 5 साल से उस जमीन पर खेती कर रहे हैं। लगे खेती को नष्ट कर दिए। अधिक जानकारी के लिए संपर्क नंबर@7569226601.
Posted on: Nov 02, 2022. Tags: BULTOO KHAMM LAND PENUBALI PROBLEM RADIO TG VALASA
मकई री गुनवा ना जाला...भजन गीत
नंदलाल सिंह, ग्राम पंचायत सारंगपुर, ब्लाक तातापानी, जिला बलरामपुर छत्तीसगढ़ से सीजीनेट साथियों को एक भजन गीत सुना रहे हैं। जिसका बोल है। मकई री गुनवा ना जाला आगे आगे हर चले पीछे बनवाला,, अपनी संदेश रिकॉर्ड करने के लिए 08050068000 इस नंबर पर कर सकते हैं।
Posted on: Oct 15, 2022. Tags: BALRAMPUR BHAJAN CG SONG TATAPANI
तुम मुझे खून दो में तुझे आजादी दूंगा...हिंदी भाषण-
ग्राम पंचायत-तिरकुंडा, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से मंदेश कुमार यादव एक भाषण सुना रहे हैं:
तुम मुझे खून दो में तुझे आजादी दूंगा-
जय हिन्द का नारा अभियान जोस हैं-
आज तक कभी भी महान कार्य नहीं हुए-
आजादी मिलती नहीं हैं बल्कि इससे छिनना पड़ता हैं-
अपनी ताकत पर विश्वास करो उधार की ताकत-
आपके लिए अध्घात हो सकती हैं-
इतिहार में कभी भी विचार परिवर्तन नहीं हुआ हैं...
Posted on: Oct 06, 2022. Tags: BALRAMPUR CG HINDI SPEECH
साँझा के बेरा तोरोई फुले वो... गीत
ग्राम पंचायत-धमनी, ब्लाक-रामचन्द्रपुर, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से देवरसन सरुता एक छत्तीसगढ़ी लोक गीत सुना रहे हैं:
साँझा के बेरा तोरोई फुले वो-
तोर चिमटी भर कनिहा-
सुघर-सुघर कथा सुघर-सुघर कहानी-
साँझा के बेरा तोरोई फुले वो...
Posted on: Sep 29, 2022. Tags: BALRAMPUR CG SONG
ज्ञान घट नर मुड़ के संगते ज्ञान घट...छत्तीसगढ़ी भजन
ग्राम-सारंगपुर, पोस्ट-तातापानी, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से नंदलान सिंह सीजी नेट के श्रोताओं को भजन सुना रहे हैं-
ज्ञान घट नर मुड़ के संगते ज्ञान घट चित विषय भरमाये-
हरे प्रेम घट नितैं समानत मान घटे पर घर जाए-
दयाल कहे सुन रे माँ मोरा पाप घटे हरी के गुण गाने से-
हरे लागल बललसा होत सनी सत शंकरा...