चरन कमल बंदौ हरि राइ... कविता
सुरेन्द्र पाल, ग्राम मवई, पोस्ट आलिहा, ब्लाक बघेरू, जिला बांधा उत्तरप्रदेश से एक कविता सुना रहे हैं:
चरन कमल बंदौ हरि राइ।
जाकी कृपा पंगु गिरि लंघै , अंधे कौ सब कुछ दरसाइ।
बहिरौ सुनै , गूँग पुनि बोलै , रंक चलै सिर छत्र धराइ।
सूरदास स्वामी करूनामय , बार – बार बंदौं तिहिं पाइ...
Posted on: Dec 02, 2022. Tags: BAGHERU BANDHA POEM UP
मोरी मैया के चुनर उडी जाए कोनो धीरे-धीरे चलो...भजन गीत-
ग्राम-मवई, पोस्ट-अलहिया, जिला-बाँदा (उत्तरप्रदेश) से सुरेन्द्र पाल एक गीत सुना रहे है:
मोरी मैया के चुनर उडी जाए कोनो धीरे-धीरे चलो-
कैसे भवानी तोहे गाजा में चढ़ाओ गाजा लहरिया खाए-
कैसे भवानी तोहे फुलवा चढ़ाव में वो मैया फुलवा गिरी-गिरी जाए-
फुलवा गिरी-गिरी जाए कोनो धीरे-धीरे चलो-
मोरी मैया के चुनर उडी जाए कोनो धीरे-धीरे चलो...