एक बता यार सोनू अगर देश को अकाल गयी तो क्या होगा...चुठकुला-
सुरेश कुमार बड़वानी (मध्यप्रदेश) से एक चुठकुला सुना रहे है:
एक बता यार सोनू अगर देश को अकाल गयी तो क्या होगा-
मोनू -आसान यार हो खुद ही दूध में पानी मिलाना शुरू कर देगी-
पुलिस -मेडम दरवाजा खोलो पति ट्रक के नीचे आ कर पापड़ बन गए है-
महिला-टो दरवाजा खोलने की क्या जरूरत थी-
एक सब्जीवाला वाला -पानी छिड़क रहा था-
एक सज्जन- ने मिनट बाद कहा भिन्ड्डी को होश आधा किलो तोल दो...
Posted on: Jul 25, 2022. Tags: BADWANI KUMAR MP POEM SONG SURESH
शोभा और वाणी को बदलने पर ही सम्मान मिल सकता है...कहानी-
सुरेश कुमार बड़वानी (मध्यप्रदेश) से कहानी बता रहे है:
वाणी बदलो -एक कोयल आम के पेड़ में बैठी थी ,कौआ तेज रफ़्तार से उड़कर जा रहा था|कोयल ने पूछा भैया कहा भागे जा रहे हो| कौआ बोला भाई इस देश को छोड़कर विदेश जा रहा हूँ |या मेरा सम्मान नहीं है जहा जाकर बैठता हूँ बोलता वाही से उड़ा दिया जाता हूँ |इस पर कोयल बोली -भैया इस कान बदलने से क्या होगा |तुमे अपनी कड़वी बोली छोड़कर मुधुर बोली अपनानी चाहिए |स्थान परिवर्तन से कुछ नहीं होता |शोभा और वाणी को बदलने पर ही सम्मान मिल सकता है|
Posted on: Jun 11, 2022. Tags: MP STORY SURESH BADWANI
एक नगर में दो आदिवासी बालक रहते थे-कहानी
(मध्यप्रदेश) से सुरेश कुमार बड़वानी कहानी सुना रहे है |
एक नगर में दो आदिवासी बालक रहते थे |उन दो की बड़ी गहरी मित्रता थी | उन दोनों के नाम छोटू और अर्जुन थे |और उनके गाँव में सुंदर काका नामक व्यक्ति रहता था |सुंदर काका के बगीचे में बहुत सारे आम के पेड़ थे |छोटू और मोटू रोज वहां से गुजरते थे लेकिन आम तोड़ने का साहस नहीं होता था |एक दिन अर्जुन ने छोटू को कहा आज सुंदर काका नहीं है, आम खाने का बड़ा अच्छा मौका है |वे दोनों बगीचे पेड़ में गए और आम के पेड़ को पत्थर मारे, पत्थर पेड़ के नीचे खड़े सुंदर काका के सर में लग गया| और वे दोनों भागने लगे लेकिन रखवाले ने उन दोनों को पकड़ लिया और सुंदर काका के पास ले गए |दोनों बहुत डरे हुए थे | रखवाले ने कहा आज्ञा हो तो इन दोनों के हड्डी पसली तोड़ दू |सुंदर काका बोले इन दोनों का मन आम खाने का था, इन्हें मरने का नहीं |गलती से मुझे पत्थर लग गया तो दोनों का क्या दोष, छोड़ दो |बोले बेटा जब भी आम खाने का मन करे तो आम खाने आ जाना | इस घटना के बाद कभी भी छोटू और मोटू चोरी के आम नहीं खाते थे| जब भी मन होता सुंदर काका से मांग लेते थे |
Posted on: Jun 06, 2022. Tags: BADWANI MP STORY
समय का सदुपयोग का नाम ही जीवन है...कहानी-
सुरेश कुमार बड़वानी (मध्यप्रदेश) से एक कहानी सुना रहें है, समय का सदुपयोग के
समय का नाम ही जीवन है | हर उन्नतशील और बुद्धिमान मनुष्य की मूलभूत समय जैसे सम्पदा का भंडार भरा होते हुए भी जो विनिमय प्रधान ज्ञान तथा लोक हित को नहीं पा सकते उनसे अधिक अज्ञान किसे कह सकते है|समय अमूल्य है समय को जिसने बिना सोचे समझे खर्च दिया वह जीवन पूंजी भी यु ही गवा देता है| समय ही जीवन है,समय ही उत्कर्ष है, समय ही स्वंतन्त्रता की चढ़ दौड़ का सोपान है |समय का सदुपयोग करिए यह अमूल्य है, समय जो गीजर गया फिर न मिलेगा |आलस्य में समय गवाने वाले पूर्व बदी के द्वारा उलटे रस्ते तैयार करते है| कहते है खाली दिमाग सैतान का घर| समय ही जीवन की परिभाषा है ,क्योकि समय से ही जीवन बनता है|
Posted on: Jun 04, 2022. Tags: BADWANI MP STORY SURESH KUMAR
राष्ट्र के युवा तुम्हे बुला रही है भारती...पंक्तियाँ-
जिला-बड़वानी मध्यप्रदेश से सुरेश कुमार देश से संबंधित पंक्तियाँ सुना रहे है :
राष्ट्र के युवा तुम्हे बुला रही है भारती-
जाग नौजवान जाग संस्कृति पुकारती-
उग्रवाद संस्कृति की असीमता मिटा रहा-
त्यागवाद संस्कृति की मूल्य को घटा रहा...