कन्हैया घर चलो गुईया आज खेल होरी...होली गीत
मुजफ्फरपुर, बिहार से अनीता कुमारी होली पर्व पर एक गीत प्रस्तुत कर रही है:
कन्हैया घर चलो गुईया आज खेल होरी-
आज खेर होरी गुईया, आज खेल होरी-
कन्हैया घर चलो गुईया आज खेल होरी-
अपने-अपने महल से निकसे कोई संवर कोई होरी-
एक-से-एक यौवन मदमाते सभी उमर के छोरी-
कन्हैया घर चलो गुईया आज खेल होरी-
कोई चटकत कोई मटकत आवत-
कोई नाचत गत मोरी-
चमक-चमक चपलासी चमकत-
गिरक बदन मरोड़ी-
कोरे-कोरे कलश मँगाओ, उसमे भरो रंग जी-
शाम के रंग में श्याम के संग में-
खेलूंगी मै होली कन्हैया घर चलो गुईया आज खेल होरी...
Posted on: Mar 11, 2015. Tags: Anita Kumari SONG VICTIMS REGISTER
आज बिरज में होरी रे रसिया...होली गीत
अनीता कुमारी, मुजफ्फरपुर, बिहार से होली गीत प्रस्तुत कर रही हैं:
आज बिरज में होरी रे रसिया
आज बिरज में...
गोरी-गोरी गोपियों ने छेड़ा नन्दलाल को-
मार के अबीर रंग डाला उनके गाल को-
आधे लाल-लाल आधे ! काले रे कन्हैया-
आज बिरज में...
कैसे मान जाते नंदलाला हार मानके-
गोपियों को मारी पिचकारी तान-तान के-
भीग गई चुनरी, भीगी रे अटरिया-
आज बिरज में होरी...
Posted on: Mar 06, 2015. Tags: Anita Kumari SONG VICTIMS REGISTER
हमके देशवा विदेशवा, घुमा द बालमा...भोजपुरी गीत
मुजफ्फरपुर की अनिता कुमारी एक भोजपुरी गीत सुना रहीं है. हारमोनियम पर संगत कर रहे हैं विकास कुमार और खजरी पर सुनील कुमार :
हमके देशवा- विदेशवा, घुमा द बालमा
हमके देशवा- विदेशवा, घुमा द बालमा
लीचिया मुजफ्फरपुर की, हाजीपुर के केलवा
हमके गाँधी सेतु पुलवा, घुमा द बालमा
हमके देशवा- विदेशवा...
हमके पटना शहरिया घुमा द बालमा
हहमके देशवा- विदेशवा...
मुनरी मुरादाबाद की, हमके दिला द
कटक के कंगना, हमरा ले ला द
कटक के कंगना, हमरा ले ला द
बंबई के बाजूबंद दिला द बालमा
हमके बम्बई शहरिया घुमा द बालमा
हमके देशवा- विदेशवा...
चुनरी तिरंगा रंग में, हमके रंगा द
आरी-आरी चरखा के, गोटवा टका द
हमके राजघाट के दर्शन, करा द बालमा
हमके देशवा- विदेशवा...
Posted on: Jul 17, 2014. Tags: Anita Kumari SONG VICTIMS REGISTER
गाछी में कुहके कोयलिया हो तनी होनका बोलाइ द...
अनीता कुमारी मुजफ्फरपुर , बिहार से वज्जिका भाषा में एक गीत गा रही हैं जिसका मतलब है – शादी होने के बाद नायक परदेश गया हैं नौकरी करने , सावन आ गया है पेड़ो में कोयल कू -कू करने लगी है , नायिका की सहेलियां हंसी ठिठोली कर रही हैं वक्त हो गया लेकिन वो अभी नहीं आए।
गाछी में कुहके कोयलिया हो तनी होनका बोलाइ द
सपना में देखली हम सइयां घर आइल
सइयां घर आइल हो सइयां घर आइल
फुसलावे लोत ननदोइया हो, तनी होनका...
अपने ही गोड़ में मरले टेंगारी
घर पे ना बइठे करइछे बेगारी
रात में डरावे अन्हरिया रे ,तनी होनका बोला द
गाछी में चमके ……।