पानी जे गिरिहीं ते खेती करबे, पानी बिना सब सून....जल नियोजन पर गीत
ग्राम-कामता, तहसील-नवागढ़, जिला-बेमेतरा, छत्तीसगढ़ से गोकरण वर्मा जल नियोजन पर छत्तीसगढ़ी में एक गीत प्रस्तुत कर रहे हैं:
पानी बिना सब सून पानी बिना सब सून-
पानी जे गिरिहीं ते खेती करबे-
आघू का करबे तेला सोच रे भैया-
खेत भी बनि गए धुआं बगर गए-
जीव जंतु के नामे बुझा गए-
जंगल देखो तो सबै उजर गए-
नदी-नलवा घले सुखा गए-
हे बैठक करके गोंद...