ख़ुशी-ख़ुशी से खेल-खेल में सीख रहे अब शाला में...कविता
करगीरोड जिला-बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से सत्यप्रकाश भानु एक रचना सुना रहे हैं
जिसका शीर्षक हमारी ये तैयारी हैं:
हमने कक्षा को बदला शिक्षा की बारी हैं हमारी ये तैयारी हैं-
स्वाभिमान जागा शिक्षक न्याया हैं आया विश्वास नया-
अब कुछ कर दिखलाना हैं जो बीत गया सो बीत गया-
हमने शिक्षा को बदला अब शाला की बारी हैं हमारी ये तैयारी हैं-
शालाये सज धजकर सुन्दर नयी उदासी शाला में-
ख़ुशी-ख़ुशी से खेल-खेल में सीख रहे अब शाला में-
हमने बच्चो को बदला अब पालक की बारी हैं हमारी ये तैयारी हैं-
सबको अच्छी शिक्षा देने का संकल्प लिया-
कदम-कदम पर हमको अपनी जनता ने साथ दिया-
हमने जनता को बदला अब पंचो की बारी हैं हमारी ये तैयारी हैं...