लहर-लहर झंडा उड़े रे संगी, झंडा ला करबो उचा रे...छत्तीसगढ़ी देशभक्ति गीत
ग्राम-गुडरास, जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से सुग्रीव मरकाम छत्तीसगढ़ी भाषा में एक गीत सुना रहे है :
लहर-लहर झंडा उड़े रे संगी, झंडा ला करबो उचा रे-
गाँधी जी हा रेंगत चटक-चटक के-
अंग्रेज मन भागत रिहिन हापट हापट के-
लहर-लहर झंडा उड़े रे संगी,झंडा ला करबो उचा रे-