हमें नहीं चाहिए शिक्षा का ऐसा अधिकार...श्याम बहादुर नम्र का कविता पाठ
हमें नहीं चाहिए शिक्षा का ऐसा अधिकार
जो गैर ज़रूरी बातें जबरन सिखाए
हमारी ज़रूरतों के अनुसार सीखने पर पाबंदी लगाए
हमें नहीं चाहिए ऐसा स्कूल
जहाँ जाकर हम जीवन के हुनर जाएँ भूल
हमें नहीं चाहिए ऐसी किताब
जिसमे न मिलें हमारे सवालों के जवाब
हम क्यों पढ़े वह गणित
जो न कर सके ज़िंदगी का सही सही हिसाब
हम क्यों पढ़े पर्यावरण के ऐसे पाठ
जो आँगन के सूखते वृक्ष का इलाज़ न बताए
गांव में फैले मलेरिया उल्टी दस्त न रोक पाएं
हम क्यों पढ़े ऐसा विज्ञान
जो शान्त न कर सके हमारी जिज्ञासा
जीवन में जो समझ में न आए
हम क्यों पढ़े वह भाषा
हम क्यों पढ़े वह इतिहास
जो धार्मिक उन्माद बढाए
नफ़रत का बीज बोकर
आपसी भाईचारा घटाए
हम क्यों पढ़े ऐसी पढाई
जो कब कैसे काम आएगी न जाए बताई
परीक्षा के बाद न रहे याद
हुनर से काटकर जवानी कर दे बरबाद
हमें चाहिए शिक्षा का अधिकार
हमें चाहिए सीखने के अवसर
हमें चाहिए किताबें
हमें चाहिए स्कूल
लेकिन जो हमें चाहिए हमसे पूछकर दीजिए
उनसे पूछकर नहीं जो हमें कच्चा माल समझते हैं
स्कूल की मशीन में ठोंक पीटकर
वयवस्था के पुर्जे में बदलते हैं