केकड़ा कीड़े-मकोड़े खाता था...जीव-जंतुओं पर आदिवासी गीत
ग्राम-भादल, जिला-बड़वानी, मध्यप्रदेश से राजीव सोलंकी जीव जंतुओं पर आधारित एक गीत गा रहे हैं:
केकड़ा कीड़े-मकोड़े खाता था-
एक बड़ा सा शेर जंगल में रहता था, घने जंगल के किनारे-
केकड़ा कीड़े-मकोड़े खाता था-
एक बड़ा सा भालू जंगल में रहता था, घने जंगल के किनारे-
केकड़ा कीड़े-मकोड़े खाता था-
एक बड़ी सी मछली पानी में रहती थी, घने जंगल के किनारे-
केकड़ा कीड़े-मकोड़े खाता था...