तिना ना नुर ना नो रे ये ना नो रे...आदिवासी उल्की गीत
ग्राम-चहचड़, तहसील-दुर्गकोंदल, जिला-कांकेर(उत्तर बस्तर ), छत्तीसगढ़ से उमेश्वरी दुग्गा गोंडी भाषा में एक ‘उल्की’ गीत प्रस्तुत कर रही हैं. आदिवासी समाज में यह गीत दीपावली के अवसर पर गाया जाता है:
तिना ना नुर ना नो रे ये ना नो रे-
एर्वू या यो ये रु वो र तेड़िया उन्दाई तोर-
लग्मरांडा चेरटा लम्पोई ते ना...