जीवन में कुछ करना है तो मन को मारे मत बैठो...प्रेरणा गीत
ग्राम-खारापारा, पंचायत-कोचली, जिला-बलरामपुर, छत्तीसगढ़ से मंगरीता एक प्रेरणा गीत प्रस्तुत कर रही हैं :
जीवन में कुछ करना है तो मन को मारे मत बैठो-
आगे-आगे बढ़ना है तो हिम्मत हारे मत बैठो-
चलने वाला मंजिल पाता बैठा पीछे रहता है-
ठहरा पानी सड़ने लगता बहता निर्मल होता है-
पाँव मिले हैं चलने के खातिर पाँव पसारे मत बैठो-
तेज दौड़ने वाला खरहा दो पाँव चलकर हार गया-
धीरे-धीरे चलता कछुआ देखो बाजी मार गया-
चलो कदम से कदम मिलाकर दूर किनारे मत बैठो-
धरती चलती तारे चलते चाँद रात भर चलता है-
किरणों का उपहार बांटने सूरज रोज निकलता है-
हवा चले तो महक बिखरे तुम भी प्यारी मत बैठो-
जीवन में कुछ करना है तो मन को मारे मत बैठो...