जागो रे भैया सोते न रइहा...भ्रष्टाचार विरोधी छत्तीसगढ़ी गीत
जिला-बिलासपुर, छत्तीसगढ़ से करन धुर्वे भ्रष्टाचार के सन्दर्भ में छत्तीसगढ़ी भाषा में एक गीत प्रस्तुत कर रहे हैं:
जागो रे भैया सोते न रइहा-
फ़ोकट के मांग-मांग लोटन लूटइहा रे-
कौन बहिनी-भइया फ़ोकट के मांग-मांग लोटन लूटइहा रे-
मुंशी-दरोगा-नेता लूटें कर्मचारी, बढ़ गए भ्रष्टाचार दुनिया बड़ा भारी-
नई है सुनइया अब कौन मोरे भइया, सबे ला जगाव थौं सभे जाग जइहा-
फ़ोकट के मांग-मांग लोटन लूटइहा रे-
कइसे तुम नेता चुन था करा वादा भारी-
जीते के बाद होइगे पद के अहंकारी-
गवरी के नइहे बा कौनो सुनइहा-
आपन बर हक बड़े लड़ा मोरे भइया-
अइसे तुम ताला सब सबक सीखइहा-
फ़ोकट के मांग-मांग लोटन लूटइहा रे...