एरा भाई रो नम हैं राजी, कोणा राजी...कुडुक गीत
ग्राम-जिगड़ी, जिला- बलरामपुर, छत्तीसगढ़ से लक्ष्मण लकड़ा स्थानीय भाषा में एक गीत प्रस्तुत कर रहे हैं. गीत के माध्यम अपने गाँव के सौन्दर्य व विशेषताओं को बता रहे हैं कि- नदी-नाला, पेड़-पौधों से घिरा हमारा गाँव कितना अच्छा लगता है :
एरा भाई रो नम हैं राजी, कोणा राजी-
नम हैं अकै सो भोना-
परता, तोड़न, ऊँ टोंगूरी झरिया-
आडनाल-अल्ल-टोंक-
नन्ना जय ताड़नमै, एरा जिन सल्लबू-
उर यामा अम्बार बूंगासी-
नगरे-शहर नू पुल्लुर बिता-
ने ना पीरा जी...