अपनी कमाई से, अपनी सफाई से, जीवन तेरा खिलता है...प्रेरक गीत
ग्राम-चौबेल, ब्लॉक-भानुप्रतापपुर, जिला कांकेर,छत्तीसगढ़ से राजेंद्र खत्री जी एक प्रेरक गीत प्रस्तुत कर रही हैं. गीत में मनुष्य को स्वावलंबन की ओर अग्रसर होने की बात कही जा रही है :
अपनी कमाई से, अपनी सफाई से-
जीवन तेरा खिलता है, जीवन तेरा महकता है-
पग-पग आते रोड़े-कांटे-
फिर भी रुकता नहीं, तो आगे बढ़ता है-
अपनी कमाई से,अपनी सफाई से-
पल-पल आते, आंधी-तूफ़ान-
फिर भी रुकता नहीं, तो आगे बढ़ता है-
अपनी कमाई से अपनी सफाई से...