तोड़-तोड़ के बंधनों को देखो बहना आती है...
ग्राम- बसनंगरी, जिला- शहडोल मध्यप्रदेश से अनामिका महिला सशक्तिकरण पर एक गीत गा रही है:
तोड़-तोड़ के बंधनों को देखो बहना आती है
वो देखो लोगो देखो बहना आती है
आयेंगी, जुल्म मिटाएंगी
वो तो नया ज़माना लायेगी
डर को तोड़ेंगी, ख़ामोशी को तोड़ेंगी
हाँ मेरी बहना अब ख़ामोशी को तोड़ेगी
मौत को और डर को मिलकर पीछे छोड़ेंगी
हाँ मेरी बहनी अब डर को पीछे छोड़ेंगी
अब आजाद हो जाएगी
तोड़-तोड़ के बंधनों को देखो बहना आती है
तोड़-तोड़ के बंधनों को देखो बहना आती है
वो देखो लोगो देखो बहना आती है
अब न सिसकके रोएगी
तोड़-तोड़ के बंधनों को देखो बहना आती है
वो देखो लोगो देखो बहना आती है
मिलकर लडती जाएगी
वो आगे बढती जाएगी
हाँ मेरी बहना
अब आगे बढती जाएँगी
नाचेंगी और गाएगी
वो आगे बढती जाएँगी
हाँ मेरी बहना मिलकर ख़ुशी मनाएगी,
गाएगी जमाना मिटने का
अब नया जमाना मिटने का
तोड़-तोड़ के बंधनों को देखो बहना आती है
वो देखो लोगो देखो बहना आती है
बहना पढने जाएगी और अपना ज्ञान बढ़ाएगी
हाँ मेरी बहना अब अपना मन बढ़ाएगी
नये ज्ञान की रौशनी को वो हर-घर तक पहुचायेगी
हाँ मेरी बहना अब हर घर में महकाएगी
दिप जलाएगी उमंग के गीत