माता तेरी पूजा में, भावों के सुमन चढ़ाएं...
रुक्मिणी ग्राम-झांकी, जिला-डिंडोरी , मध्यप्रदेश से भारती द्वारा गाए एक गीत की रिकॉर्डिंग कर रही हैं, गीत में माँ के प्रति समर्पण और कर्तव्य का भाव है:
माता तेरी पूजा में, भावों के सुमन चढ़ाएं
तूने हमें जनम दिया है, हम तुझपे ही मिट जाएं
तू हम सबकी, भाग्यविधाता है
तू हम सबकी माता है...
तेरी गोद में हम खेलें हैं, तुझ पर ही पले बढे हैं
तेरी बाँहों के दम पर, हम अम्बर तलक चढ़े है
माता तेरे चरणों में, भावों के सुमन चढ़ाएं
तूने हमें जनम दिया है, हम तुझ पर ही मिट जाएं
तू हम सब की...
गंगा तट की हरियाली और अरुणाचल की लाली
दामन सुख के फूलों से, होने न देंगे खाली
तुझ पे दे खून-पसीना, तुझ पर ही मरना-जीना
तेरा कण-कण पावन है, तू काशी और मदीना
तू हम सब की, भाग्यविधाता है
तू हम सब की माता है
माता तेरे चरणों में, भाव के सुमन चढ़ाएं
तूने हमें जनम दिया है, हम तुझ पर ही मिट जाएँ
तू हम सब की, भाग्यविधाता है
तू हम सब की माता है...