हमरे गाँव के, जनता ला, देखे कैसे भरमावत है...छत्तीसगढ़ी जन गीत
जया ध्रुव बस्तर (छत्तीसगढ़) से छत्तीसगढ़ सरकार की 2 रूपए किलो चावल और अन्य जन विरोधी नीतियों के विरोध में एक गीत गा रही हैं:
हमरे गाँव के, जनता ला, देखे कैसे भरमावत है
दू रूपया मा चाउर देवत है, फ़ोकट मा नून
महिला दीदी है बतावत, ध्यान लगा के सुन
हमरे गाँव के, जनता ला...
बड़ी बड़ी मशीन आगे, जनता ला होगे घाटा
खाए-पिए बरे ठिकाना नई है, चाउर-दार-आटा
हमरे गाँव के, जनता ला...
रोजगार गारंटी कानून आगे, कैसे कमाबो भाई
समय में मजदूरी नई मिले, कैसे जीबो भाई
हमरे गाँव के, जनता ला...
दू रूपया मा चाउर देवत है, फ़ोकट मा नून
महिला दीदी ए कहत है, ध्यान लगा के सुन
हमार गाँव के जनता ला, देखे कैसे भरमावत है