एक अरजिया सुनले, हमरे महोदय जी...बघेलखंडी गीत
साथी देवकली ग्राम-वीरपुर, जिला-रीवा, मध्य प्रदेश से एक स्वरचित गीत रिकॉर्ड कर रही हैं, इस गीत के द्वारा साथी अपनी आप बीती बयाँ कर रही है :
एक अरजिया सुनले, हमरे महोदय जी
बिनती करूँ मैं हाथ जोड़, हमरे महोदय जी
सबकी महला अटरिया हाय राम
महला अटरिया, हमरे शासन जी
हमरे झोपडिया नहीं आय, हमरे शासन जी
जब हम गईले बाबूजी, काटले-निरवले हाय राम
काटले-निरवले, हमरे शासन जी
देखतई किसानन झिझकार, हमरे शासन जी
हमरे त हवे बाबूजी, दूई हो बलकवा हाय राम
दूई हो बलकवा, हमरे शासन जी
एक जनि हईं कन्या राशि, हमरे शासन जी
बच्चन के बाप रहे, मिटटी म मिलिगें हाय राम
मिटटी म मिलिगें, हमरे शासन जी
माता तो रहीं विकलांग, हमरे शासन जी
बीच सभा म बोले, देवकी बहिनिया हाय राम
देवकी बहिनिया, हमरे शासन जी
रोई-रोई करेली सवाल, हमरे शासन जी
इतनी अरजिया सुन, शासन-अधिकारिया हाय राम
शासन-अधिकारिया, हमरे शासन जी