हमरे पछितिया है निबिया के पेड़वा बहै हो लागे न...बघेलखंडी राखी गीत
मुन्नी देवी रीवा,मध्यप्रदेश से रक्षाबंधन पर एक गीत गा रही हैं:
हमरे पछितिया है निबिया के पेड़वा बहै हो लागे न
रास मदुरी बयरिया बहै हो लागे न ,
भीतरे से निकरी है समरी निधनिया लेइ हो लागे न
रास मदुरी बयरिया लेइ हो लागे न
घोड़वा चढ़ल आये राजा जी के पुतवा पूछै हो लागे न
एकु हलि-भलि पतिया हो पूछै हो लागै न
केतना दिन रानी भइले बियहवा केतने रोज न
तोहरा पिया परदेशिया कितने रोज न
बारा बरिस मोरे भइले बियहवा भरिस रोज न