राखी बाँध रही हूँ तुमको रेशम के धागों में आज...
मैना रावत ग्राम-महापार,जिला-सतना,मध्यप्रदेश रक्षाबंधन पर आधारित एक गीत गा रही हैं, साथ में सुनीता,जैना एक कजली गीत गा रही है :
राखी बाँध रही हूँ तुमको रेशम के धागों में आज
जनम-जनम तक रखना भइया मेरी इस राखी की लाज
राखी बधवा लो भइया आज सावन शाम तक है
जउने दिन सीता का हरिणि रवणवा उहै हो दिना ना
रामा भै बैरगिया वहै हो दिना ना
मचिया म बइठे उनखर माता समझावै,समझू बेटा न
रचवै दूसरा वियहवा समझू बेटा न
कइसा के सुनी माता तुम्हरी या बतिया,नाही त भुलै न
जउने दिन सीता का हरिणि रवणवा उहै हो दिना ना
रामा भै बैरगिया वहै हो दिना ना
मचिया म बइठे उनखर चाची समझावै,समझू बेटा न
रचवै दूसरा वियहवा समझू बेटा न
कइसा के सुनी चाची तुम्हरी या बतिया,नाही त भुलै न