अंगन मोरे पवना धीरे-धीरे आना...रामायण कीर्तन गीत
अंगन मोरे पवना धीरे-धीरे आना
दशरथ के अंगना में कुँइया खोनाय,
नहाईं चारो भइया,नहाईं उसी मइया
दशरथ के अंगना म झुलुआ गड़े हो
झूली चारो भइया,झुलाये उसी मइया
अंगन मोरे पवना धीरे-धीरे आना
दशरथ के अंगना में कुँइया खोनाय,
नहाईं चारो भइया,नहाईं उसी मइया
दशरथ के अंगना म झुलुआ गड़े हो
झूली चारो भइया,झुलाये उसी मइया