गाँधीजी का सपना पुराना पंचायती राज आया...गीत
गाँधीजी का सपना पुराना पंचायती राज आया
अक्षर है बावन नौ अंक गिनती में
और उपरे से मात्राए होती है बारह
अरे खुद भी पढो और पढाओ अपने मोड़ा
पंचायती राज आया...
जैसे है दीपक के नीचे अँधेरा
वैसे ही अनपढ़ के भीतर अँधेरा
शिक्षा ज्ञान सबसे निराला जिन्दगी में करता उजाला
गाँधी जी सपना पुराना...पंचायती राज आया