नेताजी कहते आप सब को नया साल का बड़ा बड़ा बधाई...व्यंग्य
नेताजी कहते आप सब को नया साल का बड़ा बड़ा बधाई
देश में लाएगे मंहगाई, जनता को नमक भात खिलाएगी ।
सब्जी के बिना तरसाएगी, मंजदूर किसानो को दरुहा बनाएगी
शराबबंदीकरण की राजनीति करवाएगी
गाँव गाँव कोचिया के माध्यम से शराब बेचवाएगी ।
चुनाव आने पर शराब बंदी का घोषणा भूल जाएगी
जनता आपस में बतियाएगी किसको सत्ता में लाऊं
जो नमक भात के उपर आलू का चोखा चटनी भी खिलाएगी ।
बेटियाँ कहती चावल वाले बाबा और नमक वाली दादी है तो माई
बाबा और दादी हो गए मदारी
मंहगाई की नंगा नाच नचाकर नमक भात खाने मजबूर कर रही
और सब्जी के बिना जी चुटुर पुटुर कर रही
बेटवा कहता क्या है माई जनता को मंहगाई से बचाने
क्या आ गया जनता को युग परिवर्त्तन करने का बारी
हाँ बेटा हमारे देश के नेताओ में हो गया घूसखोरी का बीमारी
इसका इलाज करने बढ़ा दिया महंगाई
चिन्ता मत करो माई मैं तुम्हारा बिना पानी मिला दूध पीया हूँ
इसका करूंगा भरपाई एक एक बूँद पसीना गिरते तक लडूंगा
और ख़त्म कर देगे भष्टाचारी सरकार का महँगाई