बेटा प्यारा बेटी नहीं, मैं पूंछू जी क्यों...
बेटा प्यारा बेटी नहीं मैं पूंछू जी क्यों
बोलो मैं पूछूं जी क्यों, हां जी मैं पूंछू जी क्यों
सदियों पुराने भेद रहें ये क्यों ज्यों के त्यों
एक ज़माना बेटी को नहलाया दूध में
आज बेटी को गर्भ में ही मार देते क्यों
बेटा जन्मे बांटो पेडे बेटी को दुत्कार
मां उदास बाप के सिर पे बोझ भारी क्यों
दोनों करे काम बराबर संग करें काम
एक जो उंचा दूसरा नीचा मैं पूंछू जी क्यों
बोलो मैं पूछूं जी क्यों, हां जी मैं पूंछू जी क्यों