दहेज गीत : समाज में आ गया दहेज, मैं ठोकूं माथा री
समाज में आ गया दहेज, मैं ठोकूं माथा री
लडका वाला खोजे नोट भर भर झोला री
लडकी के बाप को ना बिठाबे ना चाय पिलाबे री
पहले बताबे अपना सैकडो डिमाण्ड री
शादी के बाद भी लडकी को मार डाले री
खाना बनाते आग लगा बहाना बनाबे री
अब नहीं सहेंगे अन्याय भगाएंगे दहेज प्रथा री
हम महिला संगठन बनाकर भगाएंगे दहेज प्रथा री
हम दुर्गा के रास्ते चलकर भगाएंगे दहेज प्रथा री