क्रांति का कदम जिसमे है दम...क्रांतिकारी कविता-
रायपुर (छत्तीसगढ़) से ज्योति वर्मा एक क्रांतिकारी कविता सुना रही है :
क्रांति का कदम जिसमे है दम-
अरे कभी नहीं रुक सकता-
जड़ से मिटा देंगे-
उग्रवादियों का सत्ता-
जड़ से मिटा देंगे-
लोहे की सलाके हो-
लोहे की बेडी हो-
कोई रोक नहीं सकता-
मजबूत हथेली को...