तोंगड़ो एते सोडी माँ जमुना नि झेला नान्दालो. नांदल तो नांदी काई दादारो ...गोंडी गीत
यह गाना गुलिया बाई ने जो केसला होशंगाबाद मप्र में रहती है ने गाया है| यह गाना डंडार पूजा के बाद गोंड समाज में पुरुषो द्वारा समूह नृत्य करते हुए गाया जाता है | गाने में कहा है कि कान्हा यमुना में घुटने भर पानी में मत जाना नहीं तो तुम्हारा धोती का पल्ला भीग जायेगा ,प्रतिउत्तर में कान्हा कहता है की भीगे तो भीगने दीजिये जी ,तोंगड़ो एते सोडी माँ जमुना नि झेला नान्दालो. नांदल तो नांदी काई दादारो...
अधिक जानकारी के लिए गुलिया बाई से 9009752056 पर संपर्क कर सकते हैं