स्वाकर करो क्या कमी रह गई...कविता
सुरेश कुमार बड़वानी मध्यप्रदेश से एक कहानी सुना रहे हैं। जिसका बोल हैं हार नहीं होती। असफलता एक चुनौती हैं।
स्वाकर करो क्या कमी रह गई,
देख कर सुधार करो जब तक न,
सफल हो नींद चैन से जागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ भागो तुम...