जीते जी लकड़ी मरते जी लकड़ी हित का मासा...गीत सुना-
ग्राम-मवई, पोस्ट-अलहिया, जिला-बाँदा (उत्तरप्रदेश) से सुरेन्द्र पाल एक
गीत सुना रहे है:
जीते जी लकड़ी मरते जी लकड़ी हित का मासा-
लकड़ी का का जीवन क्या मरण कबीरा का खेल-
रचाया लकड़ी का जीते जी लकड़ी मरते जी लकड़ी-
जिसमे तेरा जन्म हुआ हो पलंग बना था लकड़ी-
का जिसमे तेरा जन्म होआ हो पलंग बना था-
लकड़ी का माता तुम्हारे लोरी सुनाये वो पलान्ना-
था लकड़ी का जीते जी लकड़ी मरते जी-
लकड़ी हित का मासा लकड़ी का...