तै मोर सपना तै मोर जिनगी...छत्तीसगढ़ी गीत
बिजेश्वर साहू, ग्राम पंचायत-डेगनिया, जिला-दुर्ग (छत्तीसगढ़) से एक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रहे हैं:
तै मोर सपना तै मोर जिनगी,
तय मोर आक्ष बनाए वो,
अब मोर जीनगी तोर भोरे,
काबर मोला रोवाए वो आंखे के मोर,
सपना गोरी बिना घर के होगे,