कौन ऐसा है सौ गवार नहीं आज दिल यूं ही बेकरार नहीं...गीत-
भीम प्रसाद जी उत्तरप्रदेश से सीजी नेट के श्रोताओं को गीत सुना रहे हैं:
कौन ऐसा है सौ गवार नहीं, आज दिल यूं ही बेकरार नहीं, उसका एक बार है मुझको- जिंदगी का एतबार नहीं, आई रात और हुई दर्द का कफन-
जालिम तेरी निगाह से जलता गया कफन, आई है रात और हुई दर्द का कफन-
आई है रात और हुई दर्द का कफन आई न रास हमको तेरी दोस्ती का खून, आए ना तेरे- दोस्ती के खून कहते आते ही चमन बनने लगे फिर मेरा कफन...